पिथौरा- भारत-पाक युद्ध के बाद पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्की और अजरबैजान को भारतीयों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. पूरे देश में Boycott Turkey और Boycott Azerbaijan मुहिम तेजी से फैल रही है । भाजयुमो के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य स्वप्निल तिवारी ने इस मुहिम का समर्थन करते हुवे कहा है कि जिस तुर्की ने पाकिस्तान को युद्ध में हथियारों की मदद की है नरेंद्र मोदी की सरकार बिना हथियारों के ही उसकी कमर तोड़ने जा रही है।
भाजयुमो नेता स्वप्निल तिवारी ने याद दिलाते हुए कहा कि तुर्की को उन दिनों को नहीं भूलना चाहिये जब वहाँ विनाशकारी भूकंप ने कहर बरपाया था । तब सबसे पहले भारत ने तुर्की के साथ सहयोग का हाथ बढ़ाया था । और आपरेशन दोस्त के तहत तुर्की को तात्कालिक सहायता मुहैया कराया था ।
लेकिन तुर्की के रगो में भी पाकिस्तान की तरह ही विश्वासघाती ख़ून बह रहा है, उसे इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी क्योकि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया भारत है जो विश्व में एक नयी सामरिक शक्ति बनकर उभर रहा है।
तिवारी ने विज्ञप्ति के माध्यम से युवा वर्ग से अपील की है कि जिस तरह देश के बड़े उद्योगपतियों ने तुर्की से व्यापार बंद कर दिया फ़िल्म वालो ने फ़िल्म की शूटिंग बंद कर दी उसी तरह युवा वर्ग को भी चाहिये की अगर वे पर्यटन पर तुर्की जा रहे हो तो उसे तत्काल रद्द करे।
हमारे देश के युवा व अन्य पर्यटक बड़े पैमाने में तुर्की को पर्यटन में आर्थिक लाभ पहुचाते आ रहे थे । और दुश्मन देश का सहयोग करने वाले किसी भी राष्ट्र को बर्दास्त नहीं किया जाना चाहिये।
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