रुपानंद सोई 94242 - 43631
पिथौरा: टमाटर आपको और करेगी लाल, मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होने की वजह से टमाटर की कीमतें 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। सब्जी व्यवसायिको के मुताबिक भारी गर्मी की वजह से लोकल उत्पादन में गिरावट आई है। स्थानीय मांग की पूर्ति के लिए अन्य राज्य से आवक शुरू हो चुकी है।
सब्जी व्यवसायिको ने बताया कि मई-जून में हर साल टमाटर की कीमतों में महंगाई आती है। इस बार छत्तीसगढ़ में स्थानीय उत्पादन अधिक रहने की वजह से मई से कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि इससे पहले 15 अप्रैल के बाद से ही कीमतों में उछाल आ जाता था। टमाटर की नई फसल के लिए लोगों को अभी तीन-चार महीने और इंतजार करना पड़ सकता है। अन्य सब्जियों की कीमतों पर गौर करें तो इसमें भी महंगाई दर्ज की जा रही है। परवरल, बरबट्टी, भिंडी, बैंगन आदि सब्जियों की कीमतें भी थोक में 20 रुपए पार कर चुकी है। इसकी वजह से चिल्हर बाजार में भी कीमतों में तेजी से उछाल आ रहा है। टमाटर की कीमत अगले दो महीनों तक ऊंचे स्तर पर बनी रह सकती है।
बढ़ गई ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट
ईंधन की कीमतों में भारी उछाल का असर भी टमाटर की कीमतों पर पड़ा है. बता दें पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी के कारण ट्रांसपोर्टेशन की कॉस्ट बढ़ गई है, जिसकी वजह से भी सभी शहरों में रेट्स बढ़ रहे है.
महंगाई से जनता परेशान
महंगाई की मार से आम जनता पहले ही परेशान है. पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेंडर से लेकर साग-सब्जियों की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. अब टमाटर के दाम (tomato price today) में आग लग गई है.
Social Plugin