आदिवासी महिला सरपंच को नहीं मिला विकास कार्य का पैसा, कलेक्टर के आदेश के बाद भी जनपद के अधिकारी नहीं कर रहे हैं कार्यवाही
पिथौरा : पंचायत में विकास कार्य का पैसा नहीं मिलने पर एक आदिवासी महिला सरपंच कलेक्टर से गोहार लगाई है । कलेक्टर के आदेश के बाद भी जनपद के अधिकारी नहीं कर रहे हैं कार्यवाही , महिला सरपंच ने बताया की उन्होने 6 लाख 25 हजार 9 सौ 50 रूपये का विकास कार्य किया है लेकिन उस कार्य का पैसा उसे अभी तक नहीं मिला है । जिसके कारण आदिवासी महिला सरपंच आर्थिक एवं मानसिक रूप से व्यथित होकर परेशान है ।
मिली जानकारी अनुसार मीरा बरिहा वर्ष 2015-16 से वर्ष 2019-20 तक के इस अवधि में पिथौरा विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत घोघरा में सरपंच थी । मीरा बरिहा अपने कार्यकाल में घोघरा पंचायत में किये गये विकास कार्य जिसमें सी.सी.रोड जिसका बकाया राशि 3 लाख 90 हजार रू., रंगमंच निर्माण जिसका बकाया राशि 1 लाख 20 हजार रू, मोटर पम्प क्रय 55 हजार रू., मुरमीकरण कार्य 53 हजार रू., तथा नाली कार्य का 7 हजार 9 सौ 50 रू. राशि बकाया है इसी तरह कूल 6,25,950 रू. बकाया है ।
इस संबंध में मीरा बरिहा दिनांक 11/03/2025 को कलेक्टर महासमुंद के समक्ष बकाया राशि दिलाने की गोहार लगाई थी जिस पर कलेक्टर ने तत्काल कार्यवाही हेतु जनपद सीईओ पिथौरा को निर्देशित किया गया था ।
जनपद सीईओ पिथौरा के द्वारा दिनांक 17/03/2025 को उक्त मामले में जांच एवं कार्यवाही हेतु एक जांच दल गठन किया जाकर 03 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया था । लेकिन उक्त नियुक्त जांच अधिकारीगण जे.एस.पैंकरा, उमेश कुमार दीक्षित एवं यशवंत ध्रुव के द्वारा 3 माह बितने के बाद भी आजतक उक्त मामले में जांच कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया जिसके कारण आदिवासी महिला सरपंच को उसके बकाया राशि नहीं मिल पा रहा है ।
सरपंच मीरा बरिहा ने बताया की कलेक्टर के आदेश के बाद भी जनपद के अधिकारी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं विभाग के अधिकारीयों को बोलते-बोलते वो थक चुकी है अब मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की शिकायत करने की तैयारी में है ।
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