DIwali 2023 पिथौरा : प्रदेश की पहचान छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व सांस्कृतिक सुआ नृत्य-गीत है। गांव व शहर में सुआ नर्तक दलों की मौजूदगी से ही दीपावली पर्व का उत्साह शुरू हो जाता है। सप्ताह पहले ही सुआ नर्तक दल नृत्य और मनमोहक गीत से खुशहाली की कामना करते हैं। इन दिनों छोटे बच्चों से लेकर बड़े लोगों तक लुभा रहा छत्तीसगढी लोक संस्कृति सुआ नृत्य ।
Diwali 2023 : सुवा नृत्य छत्तीसगढ़ की परंपराओं में से एक महत्वपूर्ण है। गांव शहर व गली मोहल्लों में सुआ नर्तक दलों की मौजूदगी से ही दीपावली पर्व का उत्साह शुरू हो जाता है। दीपावली पर्व के सप्ताह पहले ही सुआ नर्तक दल छोटी-बडी बालिकाऐं 8 से 10 की संख्या में साड़ी पहनकर सुवा नृत्य करने आस-पास गांव से पहुंच कर मांदर और मंदीरा के थाप के साथ गीत गाकर और ताली बजाकर गांव शहर गली मुहल्लों घर आंगन, दुकानों में नृत्य कर सबकी खुशहाली की कामना करते नजर आ रही हैं। इन दिनों पिथौरा अंचल में राजासेवैया खुर्द के बालिकाऐं ने सुआ नृत्य में धूम मचा रही हैं।
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