CG Election 2023 : आखिरकार कांग्रेस पार्टी की 17 चुनावी घोषणाओं के बाद, भाजपा को ‘मोदी की गारंटी’ वाला घोषणापत्र जारी कर दिया गया। शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने बीजेपी कार्यालय रायपुर में पार्टी के केंद्र और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओ के समक्ष जारी किया।
राजनीतिक पार्टीयों के द्वारा जारी घोषणा पत्र को जिसे प्रधान मंत्री रेवडी कहते हैं वही रेवड़ी में भाजपा कई मामलों में, कांग्रेस से आगे नज़र आ रही है। ऐसा लग रहा है कि कई मुद्दों पर, कांग्रेस की घोषण पत्र के आधार पर ही इस घोषणापत्र को बनाया गया है।
कांग्रेस पार्टी की धान की क़ीमत 28 सौ रुपये और प्रति एकड़ 20 क्विंटल ख़रीदी के मुकाबले 31 सौ रुपये और प्रति एकड़ 21 क्विंटल की ख़रीदी का वादा इस घोषणापत्र में किया गया है। तेंदूपत्ता की क़ीमत 4000 रुपये प्रति बोरा के मुकाबले 5500 और गैस सिलेंडर में 500 रुपये की कमी के मुकाबले 500 रुपये में गरीब महिलाओं को सिलेंडर देने की बात भाजपा के घोषणापत्र में कही गई है।
विवाहित महिलाओं को 12 हज़ार रुपये और मज़दूरों को 10 हज़ार रुपये की वार्षिक सहायता, युवाओं को 50 फ़ीसदी सब्सिडी के साथ ब्याज मुक्त कर्ज़, साल भर के भीतर एक लाख खाली पदों पर भर्ती, 18 लाख प्रधानमंत्री आवास के घर बनाने जैसी कई बातें इस घोषणापत्र में हैं। इस घोषणापत्र के साथ मूल रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का उपयोग किया गया है और छत्तीसगढ़ के नेताओं को किनारे कर इसे ‘मोदी की गारंटी’ का नाम दिया गया है।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के अहम माने जाने वाले, किसानों की कर्ज़ माफ़ी और बिजली बिल माफ़ करने जैसी कांग्रेस की घोषणा के मुद्दे को लेकर, भाजपा का घोषणा पत्र शांत है।
जरा रुकिए, कांग्रेस पार्टी ने अभी केवल 17 घोषणाएं की हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र अभी जारी नहीं हुआ है। क्या भाजपा के इस घोषणापत्र के बाद कांग्रेस पार्टी अपनी घोषणा को प्रदेश की जनता की हित में दो क़दम आगे जा कर, घोषणापत्र जारी कर सकती है?
उसका जवाब ‘हां’ या 'ना' में हो सकता है। राजनीति में ये सब आम बात है । फिलहाल, कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा, अब प्रदेश की जनता कांग्रेस के घोषणापत्र की इंतजार में है । अब आने वाले समय ही बताएगा कि कांग्रेस के घोषणाओं को मात दे पाएगी “मोदी की गारंटी” ।
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