CG Election 2023 : विधानसभा चुनाव ड्यूटी से बचने हेतु अधिकारी-कर्मचारी बना रहे हैं अनेक बहाना, बीपी - शुगर समेत इन कारणों का दे रहें हैं हवाला , मेडिकल बोर्ड के जरिए आवेदकों की स्वास्थ्य की होगी जांच । विधानसभा चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए अकेले रायपुर जिले में 350 से ज्यादा कर्मचारियों ने आवेदन दिए हैं । इसमें से लगभग 30 आवेदनों में महिलाओं के गर्भवती होने का हवाला दिया है ।
रायपुर CG Election 2023 : भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते ही निर्वाचन आयोग चुनावी ड्यूटी करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की लिस्ट तैयार कर रहा है । और इधर अधिकारी-कर्मचारी खुद को निर्वाचन कार्यों से अलग करने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं । ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए रायपुर जिले में तकरीबन 350 से ज्यादा कर्मचारियों ने आवेदन दिए हैं। एक कर्मचारी ने अपने आवेदन में कमर दर्द और उठने-बैठने में तकलीफ बताकर चुनाव ड्यूटी से अलग करने की मांग की है।
वहीं एक महिला ने आवेदन में बताया कि उनका बेटा यूपीएससी की तैयारी कर रहा है, इसके लिए उसकी देखभाल के लिए उसे चुनाव ड्यूटी से छुट दी जाए। इसके अलावा अधिकांश मामलों में शुगर और बीपी की बीमारी होने का भी हवाला दिया गया है। वहीं तृतीय श्रेणी की एक महिला ने आवेदन किया है कि उनकी और उनके पति दोनों की तबीयत खराब रहती है। बच्चे बाहर नौकरी कर रहे हैं। अवकाश चाहिए। किसी ने रीढ़ की हड्डी में परेशानी होना बताया है।
वहीं दूसरी ओर यही आवेदन करने वाले अधिकारी-कर्मचारी कई सालों से बिना किसी परेशानी के अपने-अपने विभाग में ड्यूटी कर रहे हैं। इस चुनाव में लगभग 12 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की जिले में जरूरत पड़ेगी। ऐसे में आयोग को ही इस मामले में सख्ती दिखानी पड़ेगी।
महिला आवेदकों की संख्या ज्यादा
जिला उप निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ड्यूटी से नाम हटवाने वालों में महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। लोग बच्चों के छोटे होने का हवाला देकर ड्यूटी से हटाने को कह रहे हैं। इसके अलावा पति-पत्नी दोनों के कर्मचारी होने से लोग पत्नी को ड्यूटी से बचाने के लिए ऐसे आवेदन दे रहे हैं। बच्चों की देखभाल के लिए चुनाव से मुक्ति चाहिए। 350 आवेदन में से लगभग 30 महिलाओं ने गर्भवती होने की बात कही है।
तीन डाक्टरों का पैनल करेंगे जांच
बिमारी का हवाला दिये गये सभी आवेदनों पर अब मेडिकल बोर्ड के जरिए स्वास्थ्य जांच करवाने की बात कही जा रही है। ताकी सच्चाई सामने आ सके इसके लिए तीन डाक्टरों का पैनल बनाया जा रहा है अब इन डाक्टरों का पैनल रोजाना ऐसे कर्मचारियों की जांच करेगा।
जानकारी साफ्टवेयर में अपलोड कर रहें हैं
मिली जानकारी अनुसार नियमों के तहत ही नाम हटाए जा रहे हैं, लेकिन उस पर भी सीधे जिला निर्वाचन अधिकारी का अप्रूवल होना जरूरी है। इसके बाद उसे NIC द्वारा उसी साफ्टवेयर पर अपलोड किया जा रहा है, जिस साफ्टवेयर से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
अनफिट के लिए मेडिकल बोर्ड निर्णय लेगा
विधाअसभा चुनाव ड्यूटी लगाने से पहले कर्मचारियों के आवेदन आ रहे हैं। अभी किसी को भी पृथक नहीं किया गया है। आए हुए आवेदन पर विचार किए जा रहे हैं। मेडिकल अनफिट के लिए मेडिकल बोर्ड निर्णय लेगा।
- गजेंद्र ठाकुर, उप निर्वाचन अधिकारी, रायपुर
Social Plugin