News Credit By NBT
छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी आदिवासी चेहरों पर दाव खेल सकती है। नंद कुमार साय के बाद राज्य में स्थिति बदल गई है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। सीनियर नेता नंदकुमार साय ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में भी दल-बदल की चर्चाएं जोरों पर हैं। वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी का फोकस आदिवासी वोटर्स था, लेकिन नंद कुमार साय के जाने से इसे झटका माना जा रहा है। नंदकुमार साय पार्टी के प्रमुख आदिवासी चेहरा थे ऐसे में अब बीजेपी डैमेज कंट्रोल के लिए राज्य के दूसरे आदिवासी नेताओं पर दाव खेल सकती है। बड़ी बात ये है कि इसमें एक महिला नेता भी शामिल है। आइए जानते हैं कौन हैं वो आदिवासी नेता जिन्हें बीजेपी राज्य में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।
विष्णुदेव साय
विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। विष्णुदेव साय को बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य में विशेष आमंत्रित सदस्य भी बनाया गया था। इसके साथ ही वो लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। केन्द्र सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। माना जा रहा है कि अब पार्टी की तरफ से उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
रामविचार नेताम
रामविचार नेताम बीजेपी के सीनियर लीडर हैं। वो छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। रामानुजगंज विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं। इसके साथ ही रमन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्रालय संभाल चुके हैं। 2015 में जब अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो नेताम को उनकी टीम में जगह मिली थी। वो पार्टी के राष्ट्रीय सचिव थे। इसके साथ ही 2016 में उत्तराखंड में बीजेपी के सह-प्रभारी भी रह चुके हैं।
नारायण चंदेल
नारायण चंदेल अभी नेता प्रतिपक्ष हैं। पार्टी के प्रमुख ओबीसी चेहरा हैं। नंद कुमार साय के जाने के बाद अब पार्टी आदिवासी वोटर्स को साधने की कोशिश में है। ऐसे में नारायण चंदेल अहम चहेरा हो सकते हैं। नारायण चंदेल 1998 में पहली बार अविभाजित मध्य प्रदेश में विधायक चुने गए थे। मौजूदा समय में नेता प्रतिपक्ष हैं।
ब्रह्मानंद नेताम
ब्रह्मानंद नेताम बीजेपी के बड़े नेता हैं। हाल ही में भानुप्रतापुर विधानसभा सीट में हुए उपचुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव और नंद कुमार साय के जाने के बाद अब ब्रह्मानंद नेताम को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। ब्रह्मानंद नेताम विधायक भी रह चुके हैं। उनकी छवि भी ईमानदार नेता के रूप में हैं।
रेणुका सिंह
बीजेपी सीनियर लीडर हैं। मौजूदा समय में मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं। सरगुजा लोकसभा सीट से सांसद हैं। विधायक भी रह चुकी हैं। आदिवासी समाज में मजबूत पकड़ मानी जाती है। विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी अहम जिम्मेदारी दे सकती है।
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