पिथौरा (झोल्टूराम) सरकार की तरफ से समर्थन मूल्य पर हो रही धान खरीदी में धान बेचने वाले किसानों को खुलेआम नुकसान पहुंचाया जा रहा है। किसानों की धान तौल के समय प्रत्येक तौल में डेढ़ से दो किलो ज्यादा धान लिया जा रहा है।
शासन के नियम के अनुसार एक बारदाने में 40 किलो धान भरा जा सकता है। उसमें बारदाने के वजन के बदले 680 ग्राम ज्यादा धान भरने की छूट है । इस छूट की आड़ में समिति वाले डेढ़ से दो किलो तक ज्यादा धान भर रहे हैं । किसान आपत्ति करे तो कह दिया जाता है कि परिवहन समय पर नहीं होने से धान फड़ में पड़े रहने से सूखता है । जिसके बाद एक बोरे का वजन 40 किलो से कम हो जाता है। पड़ताल में यह सामने आया है कि पिथौरा विकास खण्ड अंतर्गत परसवानी धान खरीदी केंद्र में पता चला कि यहां किसानों से लिए गए धान के प्रत्येक बोरे में डेढ़ से दो किलो ग्राम तक अधिक तौल कर ले रहे थे । धान खरीदी केंद्र प्रभारी इस बारे में ज्यादा धान के संबंध में पहले चुप्पी साधे रहे। थोड़ी देर बाद कहा कि हो गई गलती सुधार कराएंगे। प्रभारी के इस बयान पर यह तो सच है कि सब मिलीभगत से हो रही है।
धान खरिदी केंद्र का किया औचक निरिक्षण
कृषि उपज मंडी समिति पिथौरा के सद्स्य विरेंद्र प्रधान, निगरानी समिति के सद्स्य सेतकुमार कानुनगो, एवं कांग्रेस नेता विरेंद्र सागर के द्वारा परसवानी धान खरीदी केंद्र का औचक निरिक्षण किया गया । निरिक्षण के समय पाया गया कि किसान लोकनाथ गढतिया, बशिष्ट प्रधान ग्राम सिंहारपुर, एवं परदेशी ग्राम लारीपुर से डेढ से दो किलो धान अधिक तौल किया है जिसका उक्त निरिक्षणकर्ताओं द्वारा मौके पर पंचनामा तैयार किया गया ।
शार्टेज दूर करते हैं ज्यादा धान लेकर
समिति को होने वाले इस नुकसान के बदले किसानों का धान ज्यादा लेकर शार्टेज की समस्या दूर कर ली जाती है। परसवानी धान खरिदी केंद्र का नाम पहले आता है। यही नहीं आसपास के खरीदी केंद्र में शार्टेज की समस्या नहीं आई है। लेकिन परसवानी धान खरिदी केंद्र में ये आम बात है ।
पहले भी 4000 क्विंटल धान के बोगस खरीदी का मामला सामने आया था
परसवानी धान खरीदी केंद्र में 1 करोड रूपये के लगभग 4 हजार क्विंटल धान की बोगस खरीदी का मामला सामने आया था । धान खरीदी केंद्र परसवानी में धान खरीदी वर्ष 2021-22 में 14 करोड 59 लाख 72 हजार 500 रूपये का कूल 58 हजार, 3 सौ, 89 क्विंटल धान खरीदी करना बताया गया था जिसमें से दिनांक 14/03/2022 तक T O के माध्यम से 23 हजार, 7 सौ, 80 क्विंटल धान खरीदी केंद्र से उठाव हुआ । मिलर्स को 34 हजार 6 सौ 9 क्विंटल धान का D O जारी हुआ जिसमें 29 हजार 8 सौ 19 क्विंटल धान का ही उठाव हुआ बाकी बचे 4 हजार 7 सौ 90 क्विंटल धान का उठाव इसलिए नहीं हुआ क्योंकि धान खरीदी केंद्र परसवानी में धान था ही नहीं । इस बोगस धान खरीदी एवं परिवहन मामले में शिकायत के बाद आजतक कार्यावाही न होना और धान खरीदी वर्ष 2022-23 में किसानों से शार्टेज की भरपाई के नाम से प्रत्येक बोरे में डेढ़ से दो किलो ग्राम तक अधिक धान लेकर नुकसान पहुचाया जा रहा है ।
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