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पंचायत में दुषित जांच की शिकायत पर अपर कलेक्टर ने की नोटिस जारी






रूपानंद सोई 94242 - 43631 

Mahasamund : ग्राम पंचायतों को समृद्ध और सशक्त बनाने सरकार के द्वारा अनेकों योजना का गठन किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र का विकास अवरूद्ध ना हो इसके लिए समय-समय पर पंचायत के अधिकारियों द्वारा सतत निगरानी भी किया जाता है, परन्तु वर्तमान समय में इन योजनाओं में स्वार्थ और लालच इस कदर समा गया है कि पंचायत के विकास के लिए दी जाने वाली राशि में व्यापक भ्रष्टाचार आम बात हो गई है। कोई भी सामाजिक या RTI कार्यकर्ता या कोई ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करता है तो जांच अधिकारियों के द्वारा दुषित जांच कर दोषियों को क्लिन चिट दे दी जाती है । ऐसे ही दुषित जांच करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कि गई शिकायत में अपर कलेक्टर ने नोटिस जारी की है ।

मोहितराम कैवर्त ने की थी शिकायत
पिथौरा विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत ढाबाखार के मोहितराम कैवर्त का आरोप है कि सरपंच निलेन्द्री निषाद के कार्यकाल में करोना काल में किये गये भोजन व्यवस्था, पम्प सेट क्रय एवं मरम्मत, सी,सी.रोड निर्माण, नाली निर्माण, पाईप लाईन कार्य, गली लाइट, मुरुम बिछाई, बोर खनन, तालब सफाई एवं अन्य कार्य में पंचायत राज अधिनियम का पालन किये बिना अनियमितता की गई है जिसके कारण भौतिक सत्यापन कर बिल-व्हाउचर की सूक्ष्मता से जांच करने हेतु शिकायत कर्ता के द्वारा कलेकटर महासमुंद के समक्ष दिनांक 21/12/2021 को शिकायत कि गई थी ।

ये हैं जांच अधिकारी
उक्त शिकायत पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पिथौरा के द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए उसी दिन दिनांक 21/12/2021 को श्रीमती बंसती चौहान करारोपण अधिकारी एवं श्री यशवंत ध्रुव सहायक विकास विस्तार अधिकारी , जनपद पनपद पंचायत पिथौरा को जांच अधिकारी नियुक्त कर 03 दिवस के भीतर जांच करने को निर्देशित किया गया था।

जांच अधिकारियों ने जांच में की देरी
जांच अधिकारियों को 03 दिवस के भीतर जांच करना था लेकिन दोषियों को बचाने के उद्देश्य से 03 माह के बाद दिनांक 14/03/2022 को उक्त शिकायत कि जांच कि गई ताकी पंचायत में जो भी दस्तावेज या कार्य अधुरा है उसे जांच के पहले सरपंच सचिव एवं सलंग्न अधिकारी पूरा कर लें ताकि दोषियों को बचाने में आसानी हो सके।

जांच अधिकारियों ने शिकायतकर्ता के शिकायत को बताया असत्य
दिनांक 14/03/2022 को ग्राम पंचायत ढाबाखार में उक्त शिकायत पर जांच में पंचायत सचिव के द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में भारी अनियमिता होते हुए भी सभी दस्तावेजों को जांच अधिकारियों के द्वारा सही बताया गया । सरपंच एवं सचिव के द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत कई लाख रूपये बिना अभिस्वीकृती के भुगतान किया गया है तथा सरपंच अपने पति नेतराम निषाद के नाम से भी पंचायत में किये गये कार्य के तहत राशि भुगतान किया गया है जो कि घोर आर्थिक अनियमितता का खुलासा होने के बाद भी उक्त जांच अधिकारियों ने प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में असत्य होना पाया गया है उल्लेख किया है ।

शिकायतकर्ता ने कलेक्टर से की पुनः जांच की मांग, नोटिस जारी 
दिनांक 11/10/2022 को कलेक्टर महासमुंद के समक्ष शिकायतकर्ता मोहितराम कैवर्त ने आवेदन प्रस्तुत कर उपरोक्त जांच अधिकारीगण श्रीमती बासंती चौहान एवं श्री यशवंत ध्रुव के द्वारा दिनांक 14/03/2022 को की गई जांच दोषियों को बचाने के आशय से दुषित जांच कर गोल-मोल जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दोषियों को क्लिन चिट दी गई है उक्त शिकायत की जांच निष्पक्ष एवं पादर्शिता पूर्वक किये जाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था जिस पर अपर कलेक्टर महासमुंद ने दिनांक 03/11/2022 को नोटिस जारी कर उक्त प्रकरण में दिनांक 15/11/2022 को सुनवाई हेतु नियत किया गया है ।

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