Mahasamund : शासन ने ग्रामीण अंचल के लोगों को साफ सुथरा रखने एवम गंदगी से फैलने वाली बीमारियों से बचाने के लिए गांव-गांव में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराये जा रहे हैं। पंचायत विभाग गांव में बनाए गए सामुदायिक शौचालयों के निर्माण कार्य पूर्ण दिखाने के साथ उनके रखरखाव के लिए ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को धन राशि हस्तांतरित करने के बाद शौचालयों के संचालित होने का दावा कर रहा है, लेकिन अभी भी पिथौरा क्षेत्र के ग्राम पंचायत बरेकेल में बना सामुदायिक शौचालय जिम्मेदार लोगों की दावों की पोल खोल रहा है। बरेकेल गांव में बना सामुदायिक शौचालय कागजों पर लगभग पूरा हो गया है । जबकि अभी भी शौचालय निर्माण कार्य अधुरा पडा है ।
18 माह हो गये राशि आहरण किये
दिनांक 30/07/2021 को ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को 15 वें वित्त योजना की राशि 90 हजार रूपये भुगतान कर दी गई है । जून 2021 से दिसंबर 2021 तक के इस अवधि में उक्त सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य को पूर्ण किया जाना था । लेकिन आज एक वर्ष छः माह बीतने के बाद भी शौचालय निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ है ।
अधूरा होने के बाद भी अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय का धन आहरण कर लिया गया है। अधूरे पड़े शौचालयो को पूर्ण दिखाकर धन का आहरण करने के मामले में विभाग के अधिकारियों की भूमिका सन्देह के घेरे में आ गयी है। जहाँ पर जनपद सीईओ की मिली भगत से पंचायत सचिव एवं सरपंच सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का पलीता लगा रहे है। इसके अलावा पिथौरा क्षेत्र के अधिकांश शौचालयो का निर्माण गुणवत्ता विहीन कराकर पूर्ण दिखा दिया गया है ।
जिम्मेदार कर रहे हैं अनदेखी
चौंकाने वाली बात यह है कि ग्रामीणों के बताये अनुसार ग्राम पंचायत बरेकेल में गोबर खरीदी में किये गये फर्जीवाडा को लेकर जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद पंचायत के सीईओ दोनों अधिकारी दिनांक 05/11/2022 को वहां पहुचे थे लेकिन पंचायत में अधुरे पडे शौचालय के बारे में कोई चर्चा नहीं की । गोबर खरीदी में किये गये फर्जीवाडा की जानकारी पत्रकारों तक कैसे पहुची इसी बात को लेकर खोजबिन करते रहे और कार्यवाही अजतक शुन्य है ।

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