आत्मानंद स्कूल पर आपत्ति नहीं, स्कूल के नाम बदलने पर आपत्ति - सर्व आदिवासी समाज
SDM के समझाइस पर खुला ताला
रणजीत कृषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नाम रहेगा यथावत -SDM
रुपानंद सोई 94242-43631
पिथौरा : सर्व आदिवासी समाज एवं नगर के लोगों व पालकों ने रणजीत कृषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में संचालित हिंदी माध्यम को यथावत रखने के लिए छत्तीसगढ शासन को ज्ञापन सौंपा था। छग शासन द्वारा सभी ब्लॉक मुख्यालय में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला जा रहा है। इसी के तहत पिथौरा ब्लॉक मुख्यालय में भी 63 साल से संचालित शासकीय रणजीत कृषि उच्च माध्यमिक विद्यालय को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल कर दिया गया है।
क्षेत्र के सभी वर्ग के लोगों का कहना है कि स्कूल का नामकरण पूर्ववर्ती कौड़िया जमीदार के राजा रणजीत सिंह के नाम पर है। कौड़िया राजा रणजीत सिंह व रानी विष्णु प्रिया देवी के साथ लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। साथ ही तत्कालिक राज परिवार के साथ आपसी भावनाएं भी हैं। अतः दानवीर राजा रणजीत सिंह के नाम को विलोपित कर किसी अन्य के नाम पर स्कूल का संचालन करने पर लोगों ने आपत्ति जताई। स्कूल भवन के अलावा पशु औषधालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा से बागबाहरा तक सड़क निर्माण जैसे संस्थान कौड़िया जमीदारी द्वारा दान में दिए गए स्थानों व भवनों पर आज भी संचालित हो रहा है।
स्कूल के नाम को यथावत रखने में शासन द्वारा कोई पहल नहीं करने पर आज सर्व आदिवासी समाज एवं नगर के लोगों व पालकों ने उक्त स्कूल के मेन गेट पर अपना विरोध प्रदर्शन किया , बता दें इसी स्कूल में आज सूबह 8.30 बजे से छात्रों का परिक्षा आयोजित था । अधिकारियों के समझाइश के बाद स्कूल के छात्रों को परिक्षा देने अंदर जाने की सहमति दी गई ।
63 वर्ष से संचालित है स्कूल
पिथौरा नगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनंत सिंह वर्मा ने कहा कि इसी रणजीत कृषि स्कूल का मैं छात्र रहा हू और 63 वर्ष से संचालित है स्कूल , ना जाने इस स्कूल से पढकर कितने छात्र मंत्री, विधायक, सांसद, डॉक्टर, इंजिनियर, वकिल ,शिक्षक , प्रशासनिक अधिकारी बनकर अपनी सेवाऐं दे रहें है जब उक्त स्कूल निजी रुप से संचालित था, उस समय स्कूल को शासकीयकरण करने हेतु पिथौरा क्षेत्र के सभी वर्ग के लोगो ने आंदोलन कर अपनी मांगें पुरी की थी जो जिले में आज एक मात्र कृषि संकाय के स्कूल संचालित है। उसी स्कूल का आज नाम बदलकर स्वामी आत्मानन्द स्कूल कर दिया गया है । आदिवासी समाज व अन्य पिथौरा क्षेत्रवासियों की इसी स्कूल से आस्था जुडी है| नाम विलोपित करने पर आदिवासी समाज व अन्य पिथौरा क्षेत्रवासीयों में आक्रोशित है। इसलिए इसे किसी भी हाल में नाम विलोपित नहीं करने दिया जाएगा साथ ही स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल का भी संचालन किया जाय उसमें हमें कोई आपत्ती नहीं है।
आत्मानंद स्कूल पर आपत्ति नहीं स्कूल के नाम बदलने पर आपत्ति
सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष मनराखन ठाकुर ने पुरे मामले में कहा कि समाज को रंजीत कृषि उच्चत्तर मध्यमिक शाला का नाम विलोपित करने पर आपत्ति है। शासन यदि स्वामी आत्मानन्द स्कूल खोलना चाहता है इसी स्कूल में पर्याप्त भूमि है | स्वामी आत्मानंद स्कूल की निर्माण की जा सकती है लेकिन आदिवासी जमीदार रणजीत सिंह का नाम विलोपित कर हमारे धरोहर को मिटाने की कोशिस कि जार ही है| आदिवासी समाज अन्य कौड़िया क्षेत्र वासियों के द्वारा शासन प्रशासन को इस पुरे मामले से अवगत कराने के बाद भी हमारी मांगो को अनदेखा किया जा रहा है इसी वजह से आज हम सर्व आदिवासी समाज एवं अन्य समाज के साथ अपनी अस्मिता की लड़ाई के लिए स्कूल के मेन गेट के सामने बैठ कर सरकार का विरोध प्रदर्शन कर रहे है । उन्होने आगे यह भी कहा की जबतक हमारी मांगें पुरी नहीं होगी तबतक संघर्स जारी रखा जायेगा ।
SDM पिथौरा श्रीमती ऋतू हेमनानी ने मौके पर पहूचकर वहां मौजूद सभी लोगों के साथ चर्चा कर कहा की रणजीत कृषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का नाम विलोपित नहीं किया जायेगा नाम यथावत रहेगा पूरे मामले की शासन स्तर पर कार्यवाही जारी है, साथ ही जो छात्र हिंदी माध्यम में अध्यनरत हैं वो छात्रों की आगे की पढाई भी इसी स्कूल में जारी रहेगी ।
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