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Mahasamund : पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना, 1300 से अधिक घरों में सूर्य घर बिजली से आर्थिक बचत और क्रेडिट का मिल रहा लाभ


पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना

1300 से अधिक घरों में सूर्य घर बिजली से आर्थिक बचत और क्रेडिट का मिल रहा लाभ

महासमुंद : ऊर्जा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूत करते हुए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के रूप में एक बदलावकारी कदम उठाया है। यह योजना आम नागरिकों को अपने ही घर की छत पर सूरज की रोशनी से बिजली बनाने का अवसर देती है, जिससे परिवार न केवल महंगे बिजली बिलों से राहत पा रहे हैं बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं। सरकार 3 से 5 किलोवाट के सोलर रूफटॉप सिस्टम पर केंद्र से 78,000 रुपये और राज्य से 30,000 रुपये तक की सब्सिडी उपलब्ध करा रही है, जिससे लोगों में सौर ऊर्जा अपनाने की नई उम्मीद और उत्साह देखा जा रहा है। इस पहल से आम जनता को आर्थिक राहत मिलने के साथ ही अक्षय ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा मिल रहा है । 

महासमुंद जिले में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ 12 हजार उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक जिले में योजना का लाभ लेने के लिए 5226 उपभोक्ताओं द्वारा आवेदन किया गया हैं एवं तेजी से नए फॉर्म भरे जा रहे हैं। अभी तक 4722 हितग्राहियों द्वारा वेंडर का सेलेक्शन कर लिया गया है। 1342 उपभोक्ताओं के घरों में सूर्य घर बिजली योजना से जिंदगी रोशन हो रहे है।
जगत विहार कॉलोनी महासमुंद निवासी श्री धीरेंद्र लोनारे ने बताया कि हमारे घर में सोलर सिस्टम छत पर लगाया है। उन्होंने बताया पहले उनका बिजली बिल काफी अधिक आता था, लेकिन अब हर महीने लगभग 3 से 4 हजार रुपये की बचत हो रही है। यह योजना आम जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह योजना हमें आत्मनिर्भर बना रही है।

इसी तरह ग्राम मचेवा निवासी ने बताया कि पंजीकृत वेंडर द्वारा सोलर सिस्टम लगाने के बाद पिछले पांच महीनों से उनका बिजली बिल पूरी तरह शून्य है। वे कहते हैं अब बिजली की चिंता खत्म हो गई है, उल्टा क्रेडिट यूनिट का लाभ भी मिल रहा है।

ऐसे ही जिले के अन्य उपभोक्ताओं ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में सार्थक पहल बताया। उन्होंने बताया कि इससे न केवल लोगों को आर्थिक राहत और आत्मनिर्भरता मिल रही है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी बड़ा योगदान हो रहा है।

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