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Dispropotionate Assets :अनुपातहिन संपत्ति मामले में पिथौरा जनपद से सेवानिवृत कर्मचारी के खिलाफ प्रधानमंत्री से शिकायत

 

PM Shri Narendra Modi , Pic By Social Media    

Dispropotionate Assets in Chhattisgarh : महासमुंद जिला अंतर्गत कार्यालय जनपद पंचायत पिथौरा में सहायक ग्रेड 02 के पद पर सेवानिवृत हुए कर्मचारी राजकुमार पटेल के नाम से अनुपातहीन संपत्ति है । राजकुमार पटेल के नाम से पिथौरा के वार्ड क्र. 13 डिघेपुर रोड में ख.न. 655/23 रकबा 2152.78 वर्गफिट एवं उसके पत्नि जानकी पटेल के नाम से ख.न. 655/10 रकबा 2206 वर्गफिट भूमि पर आलीशान सर्वसुविधा युक्त मकान  है । जिसके कूछ हिस्से को किराया देकर लाभ अर्जित किया जा रहा है ।

राजकुमार पटेल के पुत्र एवं पुत्री बडे शहरो में उच्च शिक्षा ग्रहण किये हैं । राजकुमार पटेल के पत्नि के नाम से पिथौरा के आस-पास और भी आवासीय प्लाट है  इसी तरह उसके पुत्र  एवं पुत्री  के नाम से दुर्ग (छ.ग.) में बेस किमती आवासीय प्लाट क्रय किया गया है । राजकुमार पटेल अपने पिता के नाम से अपने मूलग्राम एवं एक अन्य ग्राम में लगभग 06 एकड कृषि भूमि क्रय किया गया है ।

राजकुमार पटेल पेशे से कर्मचारी होकर लम्बे समय से लगभग 35 - 36 साल से जनपद कार्यालय पिथौरा में सहायक ग्रेड 02 पद के दायित्वो का निर्वहन कर रहे थे , साथ ही पंचायत विभाग के कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी उनके सिर पर था । 
 
इसी तरह राजकूमार पटेल के द्वारा अनेक तरह की गडबडी कर अपार धन संपत्ति अर्जित की गयी है जो कि उक्त कर्मचारी के भ्रष्ट आचरण को प्रदर्शित करती है । चर्चा तो यह भी है कि उनके द्वारा महासमुंद के अयोध्या नगर में आलिसान पक्का मकान निर्माण कर किराया दे कर धन अर्जित किया जा रहा है साथ ही पिथौरा नगर के आस-पास के ग्रामो में भी बडी तादाद में अनुपातहीन संपत्ति बेनामी के तौर पर रखी गयी है जो कि जांच का विषय है।

राजकुमार पटेल अल्प वेतनभोगी कर्मचारी होने के बाद भी इतनी विशाल संपत्ति का मालिक कैसे हो गया यह जांच का विषय है। 

शासकीय सेवा आचरण नियमो के अनुसार शासकीय सेवक को स्वयं तथा अपने परिवार के किसी भी सदस्य के नाम से कोई भी चल-अचल संपत्ति क्रय करने के पूर्व विभाग से अनुमति लिया जाना आवश्यक होता है RTI के तहत मिली जानकारी अनुसार उन्होने अपने विभाग से किसी प्रकार की अनुमति नहीं लिया है।

आपको बतादें उक्त मामले में पहले भी कलेक्टर महासमुंद के समक्ष दिनांक 27/05/2024 को शिकायत हुई थी उक्त शिकायत के एक दिन बाद दिनांक 28/05/2024 को जिला सीईओ एस अलोक के द्वारा जनपद पंचायत पिथौरा में जांच कि गई थी क्योंकि राजकुमार पटेल का दो दिन बाद दिनांक 31/05/2024 को सेवा निवृत्त होना था । इसी तरह आनन फानन में जांचकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है ।

आज 09 जनवरी 2025 को पुनः रूपानंद सोई के द्वारा प्रधानमंत्री, भारत सरकार, नई दिल्ली से शिकायत कर राजकुमार पटेल के विरूद्ध उच्चस्तरीय जांच कर आर्थिक अपराध से संबधित मामला दर्ज करने तथा उक्त मामले में पूर्व में हूई जांंच के बाद भी कार्यवाही नहीं करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध विभागीय जांच संस्थित किये जाने की मांग की गई है ।

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