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पिथौरा : 500 रूपये से नौकरी शुरू करने वाला पंचायत सचिव निकला कई करोड का आसामी

 



29 साल पहले 500 रु. से नौकरी शुरू करने वाला पंचायत सचिव निकला कई करोड का आसामी

पंचायत सचिव जो कि अल्प वेतनभोगी है, इतनी विशाल संपत्ति का मालिक कैसे हो गया ।

रूपानंद सोई 94242-43631 

1995 में मात्र 500 रुपए प्रति महीना की तनख्वा पर पंचायत में भर्ती हुआ पंचायत सचिव के पास आज अनुपातहीन संपत्ति है । संपत्ति के मिली दस्तावेज के अनुसार खुलासा हुआ है। उक्त पंचायत सचिव एक ही पंचायत में 20 साल से पदस्थ है । सचिव संगठन के बडे पद में रह चुके होने के कारण राजनीतिक पकड मजबुत है जिसके कारण एक ही पंचायत में 20 सालों तक जमा हुआ है और पंचायत में आर्थिक गडबडी कर अपार धन संपत्ति अर्जित की गयी है । उक्त सचिव के पास छत्तीसगढ के कई शहरों में अनुपातहीन संपत्ति है ।

महासमुंद (छत्तीसगढ) : जनपद पंचायत पिथौरा क्षेत्र में पदस्थ एक पंचायत सचिव के पास अनुपातहीन संपत्ति है । महासमुंद के श्रीराम वाटिका गेट के सामने सर्वसुविधा यूक्त पक्का आलिशान मकान स्वयं के नाम पर है । इसी तरह दुर्ग में स्वयं के नाम पर तथा पत्नी के नाम पर आवासीय प्लॉट , रायपुर के रिहायसी इलाके में बेस किमती आवासीय प्लॉट स्वयं के नाम पर है । 

1995 में मात्र 500 रुपए प्रति महीना की तनख्वा पर पंचायत में भर्ती हुआ सचिव के पास आज अनुपातहीन संपत्ति है । एक ही ग्राम पंचायत में विगत बीस वर्षों से पदस्थ होकर व्यापक पैमाने पर आर्थिक अनियमितता करते हुए गडबडीयां की है आर्थिक गडबडी कर अपार धन संपत्ति अर्जित की गयी है । जो की उक्त कर्मचारी के भ्रष्ट आचरण को प्रदर्शित करती है ।

पंचायत सचिव जो कि अल्प वेतनभोगी है उपरोक्तानुसार इतनी विशाल संपत्ति का मालिक कैसे हो गया यह जांच का विषय है ।


शासकीय सेवा आचरण नियमों के अनुसार शासकीय सेवक को स्वयं तथा अपने परिवार के किसी भी सदस्य के नाम से कोई भी चल-अचल संपत्ति क्रय करने से पूर्व संबंधित विभाग से अनुमति लिया जाना आवश्यक होता है ।

सूचना के अधिकार के तहत पंचायत विभाग से मिली जानकारी अनुसार उक्त पंचायत सचिव के द्वारा आजतक चल-अचल संपत्ति क्रय-विक्रय करने से पूर्व संबंधित विभाग से अनुमति नहीं ली गई है ।

इसी तरह पिथौरा ब्लॉक के ही दो महिला पंचायत सचिव एवं विभाग के अधिकारी तथा अन्य सचिव कूल आठ सदस्य उक्त पंचायत सचिव के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कोई पति के नाम से तो कोई पूत्र-पुत्री के नाम से एवं स्वयं के नाम से रायपुर एवं दुर्ग में बेस किमती आवासीय प्लॉट क्रय किये हैं ।

एक आर टी आई कार्यकर्ता के द्वारा उपरोक्त मामले में अघोषित संपत्ति को जप्त कर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्युरो रायपुर में रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी में है ।

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