Ad Code

Responsive Advertisement

महासमुंद : धान खरीदी में फर्जीवाडा वर्ष 2013 से 2016 तक 46 पर एफआईआर , वर्तमान में जाडामुडा में हुए धान खरीदी में फर्जीवाडा सुर्खियों में ! कार्यवाही को लेकर टिकी हैं सबकी निगाहें

 

प्रतिकात्मक तस्वीर

28Jan 2023 को jantaserishta में प्रकाशित खबर -

2 करोड़ का नुकसान सरकार को हुआ, दर्जनभर किसान जा सकते है जेल

पिथौरा : छत्तीसगढ़ में इस साल का धान खरीदी मामले में सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. जाड़ामुड़ा धान खरीदी केंद्र में फर्जी तरीके से 2 करोड़ रुपए की धान खरीदी की गई है. मामले में समिति प्रबन्धक उमेश भोई को निलंबित करने के बाद एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है. वहीं दो कम्प्यूटर ऑपरेटर मनोज प्रधान और मनीष प्रधान को पद मुक्त किया गया है. मामले में 18 किसानों को भी जेल जाना पड़ सकता है.

पिथौरा सोसायटी में बड़े ही शातिराना तरीके से खेतों का रकबा बढ़ाकर धान की खरीदी की गई. इस मामले में 18 किसानों को भी जेल की हवा खानी पड़ सकती है. हालांकि, जांच अधिकारी किसानों को पर्याप्त समय दे रहे हैं, जिसके वजह से ये किसान फर्जी रेघा – अधिया का शपथ पत्र तैयार कर रहे हैं. फर्जी हस्ताक्षर से सहमति बनाई जा रही है. नोटरी और स्टाम्प पेपर की जांच के लिए भी शिकायत होगी. जांच के बाद कई अधिकारी भी रडार में आएंगे.

News 18 में 14 Sep 2017 में प्रकाशित खबर - 

महासमुंद में 34 करोड़ रुपए का धान घोटाला, 46 पर एफआईआर दर्ज

महासमुंद में सन् 2013 से 2016 तक धान खरीदी केन्द्रों में 34 करोड़ रुपए से भी अधिक का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है.

छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को राहत देने के नाम से समर्थन मूल्य में धान खरीदी के साथ अब बोनस देने की भी घोषणा कर चूकी है, लेकिन धान खरीदी केन्द्रों और सोसायटियों का जिम्मा जिनपर है, वे किसानों के साथ ही सरकार को भी करोड़ों का चूना लगा रहे हैं.

महासमुंद जिले में सन् 2013 से 2016 तक धान खरीदी केन्द्रों में करीब 34 करोड़ रुपए से भी अधिक का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. 11 धान खरीदी केंद्रों में हुए इस बड़े घोटाले में विभाग ने करीब 46 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया है.

इन समितियों से सरकार हर साल नवंबर माह से समर्थन मूल्य पर किसानों का धान खरीदती है. आरोप है कि यहां के संचालक समिति के प्रबंधक और विभाग के कर्मचारी धान खरीदी से लेकर उठाव और ऋण देने से लेकर वसूली तक में किसानों के साथ धोखाधड़ी कर करोड़ों का वारा न्यारा करते हैं.

जिला सेवा सहकारी बैंक महासमुंद के नोडल अधिकारी प्रकाश बीबे ने बताया कि धान खरीदी मे घोटाले की शिकायत मिली थी. जांच के बाद 46 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है.

इन केन्द्रों में करोड़ों के घोटाले का आरोप
गढ़फुलझर में 1 करोड़, 38 लाख 45 हजार रुपए के घोटाले के आरोप में प्रभारी पर एफआईआर,
 
ठुठापाली में 12 लाख 41 हजार रुपए के घोटाले में प्रभारी सहित 4 लोगों पर एफआईआर, 

बिरकोनी में 11 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले के आरोप में प्रभारी सहित 5 लोगों पर एफआईआर,
 
पथरला में 8 करोड़ से अधिक रुपए के घोटाले के आरोप में प्रभारी सहित 7 लोगों पर एफआईआर, 

अछोला (जोबा) में 7 लाख रुपए के घोटाले के आरोप में प्रभारी पर एफआईआर, परसवानी में 1 करोड़, 15 लाख रुपए से अधिक के घोटाले के आरोप में 4 लोगों पर एफआईआर, 

सरकडा(पिथौरा) में 1 करोड़, 71 लाख रुपए से अधिक के घोटाले के आरोप में 8 लोगों पर एफआईआर, 

बावनकेरा में 2 करोड़, 7 लाख रुपए से अधिक के घोटाले के आरोप में 2 लोगों पर एफआईआर, 

कौहाकुड़ा में 10 लाख से अधिक रुपए के घोटाले के आरोप में 12 लोगों पर एफआईआर, 

आरंगी में 10 करोड़ से अधिक रुपए के घोटाले के आरोप में 6 लोगों पर जुर्म दर्ज किया गया है.

























Ad code

1 / 7
2 / 7
3 / 7
4 / 7
5 / 7
6 / 7
7 / 7

Ad Code

Responsive Advertisement