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Chhattisgarh लगन रंग लाई : जिले में ऐसा पहली बार, जब एक साथ 3 युवाओं का चयन यूपीएससी में हुआ है

 



(News Credit by bhaskar news)

Chhattisgarh : यूपीएससी-2021 के अंतिम परिणाम सोमवार को आ गए। इस सूची में धमतरी जिले के 3 होनहार बेटे-बेटियों ने सफलता हासिल की है। जिले में पहली बार ऐसा हुआ, जब एक साथ 3 युवाओं का चयन यूपीएससी में हुआ है। ईशु अग्रवाल ने 88वीं रैंक, प्रखर चंद्राकर ने 102वीं और पूजा साहू ने 199वीं रैंक हासिल की है। ईशु अग्रवाल ने पहले प्रयास में ही यह सफलता हासिल कर ली। प्रखर चंद्राकर को दूसरे व पूजा साहू को तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली। तीनाें युवाओं ने भास्कर से चर्चा की। बताया कि सोशल मीडिया से दूरी बनाकर सिर्फ लक्ष्य हासिल करने का परिणाम है। ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई काे ही दिया तब यह सफलता मिली है।

यह पहला मौका है जब जिले के तीन युवाओं ने देश की सबसे बड़ी व प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की है। इससे पहले तक पीएससी, नेट आदि परीक्षाओं में युवा सफलता हासिल करते रहे हैं। खास बात यह भी है कि यूपीएससी में सफलता के लिए इन युवाओं ने दिल्ली या अन्य किसी बड़े शहर में जाकर कोचिंग करने के बाद ही परीक्षा देने का प्रयास नहीं किया बल्कि खुद ही अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर परीक्षा में सफलता हासिल की है।
2 कलेक्टर से मिली प्रेरणा, पहले प्रयास में ही यूपीएससी में 88वीं रैंक
शांति कॉलोनी निवासी ईशु अग्रवाल (25) शहर के व्यापारी विजय अग्रवाल के बेटे है। इन्हाेंने 3 साल तक आईएएस की तैयारी में समय दिया। 88वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने कहा कि बचपन का सपना आईएएस बनना था, जो पूरा हुआ। कक्षा 8वीं में था, तब सामान्य ज्ञान की परीक्षा के दौरान तत्कालीन कलेक्टर टीसी महावर व आरपीएस त्यागी से प्रेरणा मिली। सेल्फ स्टडी के साथ ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से आईएएस की तैयारी की।
रेलवे की नौकरी करते प्रखर लाए 102वीं रैंक, पिता चुनाव पर्यवेक्षक
पंचवटी कॉलोनी निवासी निर्वाचन कार्यालय में पर्यवेक्षक ओमप्रकाश चंद्राकर के बेटे प्रखर चंद्राकर ने 102 रैंक हासिल की है। उन्हाेंने एनआईटी काॅलेज रायपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। उसके बाद प्रखर 2 साल तक एनटीपीसी में इंजीनियर के पद पर पदस्थ रहे। इसी दौरान उनका चयन रेलवे में सहायक अभियंता के पद पर संबलपुर ओडिशा में हुई। उन्होंने मेंस में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग चुना था। उनकी माता चंपा चंद्राकर प्रधान पाठक है।

3 साल से सोशल मीडिया से दूर रहकर पूजा ने की पढ़ाई
मगरलोड के भैंसमुंडी निवासी सेवानिवृत्त बीईओ नम्मूराम साहू की बेटी पूजा साहू को 199वीं रैक मिली। केसीपीएस कुरुद से 12वीं की। रायपुर एनआईटी में बायोमेडिकल से इंजीनियरिंग करते ही दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करने लगी। 3 साल सोशल मीडिया से दूर रही। मां शिक्षक है।

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