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Mahasamund : वृद्धा और विधवा पेंशन : लाखों लोगों को लेकिन इन औरतों को क्यों नहीं?



पाटनदादर गांव में कूछ लोगों को वृद्धावस्था और विधवा पेंशन मिलती है। बाकी लोग सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं से वाकिफ तो हैं लेकिन उसका लाभ उन्हें नहीं मिल रहा। एक तरफ वो औरतें हैं जिन्हें कहा जाता है कि उनके सभी दस्तावेज़ पूरे हैं फिर भी उसे पेंशन नहीं मिलती।



"मोला कभू नईं मिलीस पेंशन। 40 साल हो गए पति का देहांत हुए लेकिन अब तक हमें न वृद्धा पेंशन मिली न ही विधवा पेंशन," -जगरमोती यादव 

Chhattisgarh  राज्य के Dist Mahasamund के वि.ख.पिथौरा अंतर्गत  ग्राम पंचायत पाटनदादर  में रहने वालीं  जगरमोती  बताती हैं कि उनके गाँव में अनेक लोगों को वृद्धा या विधवा पेंशन मिलती है।  जगरमोती यादव के एक बेटा था उसका भी निधन हो चुका है उसकी बहू के साथ रहती है। पति को मरे हुए 40 साल हो गया है लेकिन उन्हें अभी तक न विधवा पेंशन मिला और न ही वृद्धा पेंशन ।जगरमोती  का उम्र 90 साल हो चूका है।

जगरमोती बताती हैं,  पेंशन के लिए कई बार पंचायत में आवेदन दिया गया है लेकिन आज तक एक भी किश्त नहीं मिला ।

जब हमने पूछा कि क्यों नही मिला तभी जगरमोती के नाती बहू ने बताया की सरपंच सचिव हमेशा आश्वासन देते है  लेकिन दादी को पेंंशन राशि आज-तक नहीं मिला । 

गांव के ही एक आदमी ने नाम की खुलासा न करने की शर्त पर  बताया की, "जो लोग  पैसा देते हैं उनके दस्तावेज़ तुरन्त बना देते हैं, जो नहीं देते उनका लटका देते हैं।

" जगरमोती की तरह पूर्णा बाई के भी दस्तावेज़ पूरे हैं। पूर्णा बाई कहती हैं- पति का निधन हुए 15 साल बित गये अनेक बार पंचायत में आवेदन दिया पंचायत में काग-जात बनाने के पैसे भी दिये लेकीन आज-तक विधवा पेंशन मुझे नहीं मिला ।

गाँव में लोगों की स्थिति ये है कि उन्हें पता ही नहीं है कि उन्हें पेंशन क्यों नहीं मिलती। वो न तो पढ़ी-लिखी हैं, न ही इतनी जागरूक कि सरपंच और सचिव से पूछ सकें कि क्यों उनको पेंशन नहीं मिलती। जगरमोती और पूर्णा बाई की ही तरह पाटनदादर गांव में और भी कई लोग वृद्धा और विधवा पेंशन के हकदार हैं जिसका अधिकारियो के साथ  तालमेल बैठ गया तो अपात्र होते हुए भी योजाना का लाभ मिलना देरी नहीं लगता ।

ग्राम पाटनदादर के सचिव विनय गार्डीया हैं,  वे बताते है की पेंंशन के लिए जो लोग हमारे पास आते* है पात्रता के हिसाब से हम उनका आवेदन लेते है । 

जगरमोती का उम्र 90 साल हो चुका है फिर भी आज भी उसके चेहरे की झलक से पता चलता है कि कभी न कभी पेंशन उसे जरुर मिलेगी  और सरकार निराश नहीं करेगी ।  

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