जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की बैठक में भी उठा मुद्दा
चेयरमैन जवाहर वर्मा ने बताया कि 21 फरवरी को बैंक प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी ने मामले की शिकायत की थी। तत्काल अधिकारी भेजकर जांच की गई। जांच में जमा राशि में हेराफेरी की पुष्टि हुई। मामला शुक्रवार को बोर्ड की बैठक में भी उठा। सभी दोषी अधिकारी कर्मचारी पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
शनिवार-रविवार को भी होगी जांच
चेयरमैन जवाहर वर्मा ने किसानों से कहा कि जिनकी राशि निकाली गई है। उन सभी किसानों के खाते की जांच के बाद ही राशि वापसी की कार्यवाही करेंगे। वर्तमान में 58 किसानों के खाते से राशि निकालने की पुष्टि है। सोमवार से वापसी शुरू की जाएगी। साथ ही शनिवार व रविवार को भी बैंक परिसर में खातेधारक किसानों के खाते की जांच की जाएगी। फिर सोमवार से भी नियमित जांच होगी।
इन्हें कर दिया गया निलंबित
बैंक में इतनी बड़ी गड़बड़ी से जिले के आला अधिकारी भी चिंतित हैं। किसानों के हंगामे व प्रदर्शन से अधिकारियों पर दबाव बढ़ गया। पहले कैशियर अजय भेडिय़ा व क्लर्क दौलत ठाकुर को निलंबित किया गया। वहीं गुरुवार देर रात को बैंक प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी व एक प्यून को भी सस्पेंड कर दिया। जांच अधिकारियों ने सभी कर्मचारियों को हटा दिया।
दो काउंटर बढ़ाए, 5 हजार खाते की होगी जांच
किसानों की भीड़ को देखते हुए जांच अधिकारियों ने समिति प्रबंधक को निर्देश दिए है कि बैंक परिसर में पंडाल की व्यवस्था करें। दो अतिरिक्त काउंटर बढ़ा कर सभी किसानों के खाते की जांच करें। बैंक में लगभग 5 हजार से अधिक किसानों के खाते हैं। 90 फीसदी किसानों के खाते से राशि निकालने की आशंका जताई जा रही है।
किसानों ने कहा-हमें राशि चाहिए, राजनीति नहीं
चेयरमैन ने किसानों से कहा कि इस मामले में राजनीति न हो तो अच्छा है। किसानों की जमा राशि में हेराफेरी की गई है। इसमें भाजपा कांग्रेस की राजनीति न हो। हमें सिर्फ राशि चाहिए और जल्द से जल्द। किसानों ने पहले चेयरमैन से लिखित में आश्वासन मांगा कि इतने दिनों में राशि वापसी हो जाएगी। उन्होंने लिखित आश्वासन देने से मना कर किया। मौखिक में आश्वासन ही दिया।
कई किसानों की आंखों में थे आंसू
बैंक परिसर में कई किसानों के आंख में आंसू दिखाई दे रहे हंै। किसानों उम्मीद थी कि उनकी राशि बैंक में सुरक्षित है। जब रुपए की जरूरत पड़ी तो बैंक पहुंचे, तब पता चला कि खाते से लाखों रुपए निकल गए हैं। जिससे उनकी नींद उड़ गई है।
जांच टीम में ये अधिकारी शामिल
जांच अधिकारी एसके निवसरकर वर्ग-1 अधिकारी के प्रतिवेदन के बाद शाखा प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर खेमूराम देवांगन को नियुक्त किया गया। अतिरिक्त दो कर्मचारियों की व्यवस्था भी की गई है। जांच टीम में प्रधान कार्यालय से कुसुम ठाकुर अतिरिक्त मुख्य पर्यवेक्षक, रोहित आलेन्द्र शाखा प्रबंधक बालोद एवं सुमेन्द्र सिंह भंडारी शाखा प्रबंधक गुण्डरदेही को शामिल किया गया है।
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