महासमुंद CG Election 2023 : छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के कुछ ही समय बचे हैं। ऐसे में यहां दलबदल जारी है। बता दें कि, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के ऐलान के बाद खासकर बसना विधानसभा का सियासी पारा हाई हो गया है।
छत्तीसगढ में भाजपा और कांग्रेस कि तरफ से घोषणापत्र जारी होने के बाद प्रेदेश की सियासी हलचल तेज हो गई है । प्रदेश में कांग्रेस सरकार के द्वारा कि गई विकास एवं घोषणापत्र पर भरोषा जताते हुए कोलता समाज के आंचलिक सचिव नरोत्तम साहू ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। ऐसे में विपक्षी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
रविवार को कोलता समाज के सभापति खेमराज साहू ने भी कांग्रेस प्रवेश किया उस समय उन्होने ने कहा था कि कोलता समाज पीछे से कांग्रेस के पक्ष में है एक और समाज पदाधिकारी नरोत्तम साहू के कांग्रेस प्रवेश करने के बाद सभापति खेमराज साहू के द्वारा कही गई बात सच साबित होते दिखाई दे रहा है ।
इस तरह से कोलता समाज के दो बड़े पदाधिकारियों का कांग्रेस प्रवेश किए जाने से विरोधियों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि बसना विधानसभा क्षेत्र में लगभग 40 हजार कोलता समाज के वोटर हैं ।
नरोत्तम साहू ने कही बडी बात -
वहीं, कोलता समाज के आंचलिक सचिव नरोत्तम साहू ने कांग्रेस प्रवेश के बाद बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढिया संस्कृति को बनाये रखने के लिए जो काम किया है वो काम भाजपा के 15 साल के कार्यकाल में नहीं हुआ , साथ ही किसानों को पहचाना और किसान हित में जो काम किया है वो सराहनीय है । किसान अन्नदाता है , अन्नदाता अगर खुश हैं तो समझो सब खुश हैं ।
डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में प्रदेश के अधिकांश किसान कर्ज से दबा हूआ था आज उनके पास मोटर कार है , कितना अच्छा लगता है जब एक किसान अपने परिवार के साथ कार में बैठकर घर से निकलता है पहले केवल व्यापारी और सरकारी कर्मचारियों के पास कार देखने को मिलता था आज किसान इनसे भी आगे हैं । तथा शिक्षा के क्षेत्र में भी आज छत्तीसगढ अग्रणी है गरीब बच्चे भी इंग्लिश मिडियम स्कूल में पढ रहे हैं ये पहले गरीब परिवार के लिए केवल एक सपना था आज वो सपना साकार होते दिखाई दे रहा है ।
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