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महासमुन्द : कभी स्वयं के रोजगार के लिए दर दर भटकने को मजबुर , शासकीय योजना का लाभ उठाकर अन्य महिलाओं को अब दे रही है रोजगार

 





लैब का संचालन कर अपने सपने साकार किए
महिलाओं को दे रही है रोजगार 

रूपानंद सोई  94242 - 43631 

महासमुंद : समय के साथ महिलाओं की लगातार विकसित हो रही भूमिका ने अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक और सकारात्मक प्रभाव डाला है। लेकिन आर्थिक स्थिति आड़े आने के कारण सफल नहीं हो पा रही थी। तभी उन्हें राज्य और केन्द्र सरकार की शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए खुद के व्यवसाय के लिए ऋण योजनाओं की सुगम सुविधाओं ने महिलाओं के लिए कई आर्थिक अवसर खोले हैं। आज के समय में अपनी इच्छा सूची और परिप्रेक्ष्य वाली महिलाएं अपने खर्च का प्रभार लेती हैं और अपने खर्चों को वहन कर सकती हैं। लेकिन एक महिला काफी संघर्ष के बाद भी हार नहीं मानी अपने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढती रही और आज अपने रोजगार के साथ-साथ अन्य महिलाओं को रोजगार दे रही है । 

हम बात कर रहें हैं महासमुंद निवासी श्रीमती वर्षा गजेन्द्र की अब पैथोलॉजी लैब की संचालक के रूप में पहचानी जाती है। श्रीमती वर्षा परिवार में इस तरह के कार्यों से पहले से ही परिचित थी और ये कार्य उनकी रूचि से भी मेल खाती थी। शुरू से ही पैथोलॉजी लैब खोलने के सपने को लेकर आगे बढ़ना चाह रही थी। लेकिन आर्थिक स्थिति आड़े आने के कारण सफल नहीं हो पा रही थी। 

तभी उन्हें राज्य और केन्द्र सरकार की शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए खुद के व्यवसाय के लिए ऋण योजनाओं की जानकारी मिली। उन्होंने तत्काल प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अंतर्गत महासमुंद स्थित कार्यालय में व्यवसाय हेतु आवेदन दाखिल किया। पैथोलॉजी लैब संचालन हेतु बैंक से 10 लाख रुपए का ऋण लेकर अपना व्यवसाय शुरू किया। इस योजना के तहत ढाई लाख रुपए का अनुदान ऋण भी प्राप्त हुआ। इससे उन्हें लैब संचालन में काफी मदद मिली।

उन्होंने श्री हरि पैथोलॉजी लैब के नाम से वार्ड न. 01 शंकर नगर महासमुंद खुद का व्यवसाय शुरू किया और अपने सपने साकार किए। शुरूआत में उन्हें थोड़ी दिक्कत जरूर हुई लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे सफलता मिलने लगी। 

महिलाओं को दे रही है रोजगार 
उन्होंने बताया कि लैब मे छः महिला स्टाफ कार्य कर रही है। उन्हें लैब से बिजली बिल, बैंक की किस्त एवं लैब मे काम कर रही महिलाओं को वेतन देने के बाद नियमित आय प्रति माह प्राप्त हो रही है। जिससे उनकी घर परिवार एवं समाज़ में स्थिति मजबूत हुई है। आज वह अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिला रही है। साथ ही छः महिलाओं को रोजगार प्रदान कर रही है।


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