पितृपक्ष का आखिरी दिन है 14 अक्टूबर : जिसे सर्व पितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है इस दिन लोग अपने पितरों को प्रसन्न करने व उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए तर्पण, श्राद्ध, और पिंडदान करते हैं।
माना जाता है कि ऐसा करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है लेकिन अगर अब तक आपके पितर आपसे नाराज़ है तो ऐसे में आप पितृपक्ष के अंतिम दिन यानी सर्व पितृ अमावस्या पर कुछ कार्यों को करके उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
करें ये काम सर्व पितृ अमावस्या पर
आपके पूर्वज अगर अब तक प्रसन्न नहीं हुए है तो ऐसे में आप पितृपक्ष के आखिरी दिन यानी सर्व पितृ अमावस्या पर पंचबलिक कर्म जरूर करें। पंचबलि में पितरों के निमित्त पांच जगह भोजन निकालकर उन्हें ग्रहण कराई जाती है जिसमें गाय, कुत्ता, कौआ, देव और चीटियों के लिए भोजन निकाला जाता है। ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इसके अलावा पितृदोष को दूर करने के लिए आप अमावस्या के दिन चावल, दूध, घी, गुड़ और शहद को मिलाकर पिंड बनाकर पितरों को अर्पित करें। ऐसा करने से पूर्वज तृप्त होते हैं और अपने वंशजों को धन-धान्य सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
Social Plugin