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एक लाख रुपए की पानी की बोतल!

ऑनलाइन पानी की बोतल मंगवाने के चक्कर में रेलवे इंजीनियर ने गंवाए 1 लाख.

(News Credit by Patrika)

रायपुर. रेलवे के इंजीनियर ने ई-कामर्स कंपनी से ऑनलाइन पानी का बोतल आर्डर किया था। बोतल तो नहीं आई, बल्कि साइबर ठग मिल गए और इंजीनियर के खाते से 1 लाख रुपए पार कर दिया। इसकी शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।

पुलिस के मुताबिक लखौली-रायपुर रेलवे चौड़ीकरण में कार्यरत इलेक्ट्रीकल इंजीनियर सिंधु साहू ने कुछ दिन पहले एक पानी की बोतल का ऑनलाइन आर्डर दिया था। बोतल नहीं पहुंची। इसके बाद उन्होंने गूगल से उस कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर निकाला और उसमें कॉल किया। दूसरी ओर से आर्डर के संबंध में सभी तरह की जानकारी ली गई। इसके कुछ देर बाद सिंधु के मोबाइल में एक ओटीपी नंबर आया। सिंधु ने ओटीपी नंबर नहीं बताया। लेकिन कुछ देर बाद उनके बैंक खाते से 1 लाख रुपए का आहरण हो गया। आहरण ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के खाते में चला गया। इसकी शिकायत पर आरंग पुलिस ने अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।


ओटीपी बताया, न ही लिंक में क्लिक किया

पुलिस के मुताबिक पीडि़त ने न ही ओटीपी नंबर बताया है और न ही किसी प्रकार के लिंक में क्लिक किया है। इसके बावजूद उनके खाते से 1 लाख रुपए पार हो गए हैं। उन्होंने जिस कंपनी ने पैसा काटा है, उससे भी किसी तरह की खरीदारी नहीं की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हर साल बैंक वसूलता है शुल्क

हर व्यक्ति के बैंक खाते के लिए जो भी मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड रहता है, उसमें खाते में होने वाले जमा और निकासी का अलर्ट मैसेज आता है। इससे खाताधारक को जमा और आहरण वाली राशि व बैलेंस का भी पता चल जाता है। इस सुविधा के एवज में बैंक सालाना आरएमएन शुल्क लेती है। इसके बावजूद कई ग्राहकों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है।

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