सरपंच-सचिव की पकड़ी गई चोरी, फर्जी बिल लगाकर लूटे कई लाख रुपए
सरपंच-सचिव की चोरी पकड़ी गई, दोनों ने मिलकर झूठे बिल बनाए और लाखों रुपए गबन कर लिया, झोल-झाल को छिपाने में अधिकारी करते हैं सहयोग।
पिथौरा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पिपरौद में सरपंच सचिव के द्वारा बिना मूल्याकंन के सम्बंधित को कई लाख रूपये भुगतान कर दिये जाने का मामला प्रकाश में आया है । क्या सरपंच-सचिव के लिए कोई नियम कानून मायने नहीं रखता और इनको किसी का डर भी नहीं है। क्योंकि इस प्रकार के झोल झाल करने में अधिकारियों का पूरा सहयोग रहता है ।
जनपद पंचायत पिथौरा के ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में मनमानी तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य के तहत सरकारी बजट को चूना लगाया जा रहा है। वहीं पंचायत प्रतिनिधि हर काम में कमाई के चक्कर में कानूनों को ताक पर रखकर बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए ग्राम पंचायतों का ऑनलाइन पेमेंट शुरू किया गया है लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव उसका भी हल निकाल लिए हैं। कोई भी फर्म का फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण कर लेते हैं। इस प्रकार का खेल ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में चल रहा है। अगर इसकी गहराई से जांच किया जाए तो कई सरपंच-सचिव पर गाज गिर सकती हैं।
ग्राम पंचायत पिपरौद निवासी ओमप्रकाश पटेल एवं दलभजन पटेल के द्वारा कलेक्टर महासमुंद में दिनांक 18/03/2024 को सरपंच श्रीमती सुलोचना पटेल के द्वारा पिपरौद पंचायत में विकास कार्य के नाम से किये गये गडबडी को लेकर शिकायत किये थे । उक्त शिकायत में सरपंच श्रीमती सुलोचना पटेल के द्वारा दिनांक 01/04/2020 से 30/01/2024 तक के इस अवधि में मनरेगा योजना की राशि को छोडकर अन्य योजनाओं के तहत कूल 46 लाख, 73 हजार, 369 रूपये का अनियमित व्यय किये जाने का आरोप लगाया है ।
उक्त शिकायत में जिला स्तर के जांच अधिकारियों के द्वारा जांच कार्यवाही पूरी कर दिनांक 23/07/2024 को जिला पंचायत में प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में घोर आर्थिक अनियमितता किये जाने का खुलासा हुआ है ।
दिनांक 08/08/2024 को जिला सीईओ महासमुंद के द्वारा जनपद सीईओ पिथौरा एवं एसडी ओ, ग्रा.यांं.से. पिथौरा को ग्रामपंचायत पिपरौद में सरपंच सुलोचना पटेल के द्वारा किये गये 08 कार्यों की मुल्यांकन करने हेतु कहा गया है -
1. जंगल डिपो से पिपरौद तक सडक निर्माण कार्य -01 लाख रूपये ।
2. वार्ड क्रमांक 06 में गली निर्माण कार्य - 01 लाख 31 हजार रूपये ।
3. वार्ड क्रमांक 08 में गली निर्माण कार्य - 01 लाख 28 हजार रूपये ।
4. गौठान में बोर खनन एवं सबमर्सिबल पंप - 01 लाख 40 हजार रूपये ।
5. स्कूल एवं ऑगनबाडी में पेयजल व्यवस्था - 01 लाख 94 हजार रूपये ।
6. वार्ड क्रमांक 01 में नाली निर्माण कार्य - 02 लाख 08 हजार रूपये ।
7. जंगल डिपो से पिपरौद तक सडक निर्माण कार्य -01 लाख 84 हजार रूपये ।
8. वार्ड क्रमांक 10 में पानी टंकी सह शौचालय निर्माण - 96 हजार रूपये ।
उक्त कार्यों के बारे में शिकायतकर्ताओं का कहना है कि 08 कार्यों में से केवल एक कार्य गौठान में बोर का काम किया गया है बाकी 07 कार्यों का पता नहीं है । उक्त महिला सरपंच के पंचायती काम को उसके ससुर बलदेव पटेल करता है । बलदेव पटेल के द्वारा संचालित फर्म बलदेव पटेल ट्रांसपोर्टर के नाम से फर्जी बिल लगाकर 01 लाख 75 हजार 54 रूपये भुगतान किया जा कर शासकीय राशि को यु ही हडप ली गई है ।
सरपंच सुलोचना पटेल अपने ससुर बलदेव पटेल के नाम से राशि भुगतान करती है फिर उसी राशि को बलदेव पटेल अन्य लोगों/संबंधित को भुगतान करता है । इस तरह के फर्जीवाडा को अंजाम देने के लिए बलदेव पटेल के द्वारा संचालित फर्जी फर्म " बलदेव पटेल ट्रांसपोर्टर " के नाम से वेंडर बनाकर डीएससी के माध्यम से राशि भुगतान किये जाने हेतु सरपंच सचिव एवं पंचों के द्वारा बकायदा पंचायत प्रस्ताव पारित किया गया है।
बदलते रहते हैं पंचायत सचिव
ग्राम पंचायत पिपरौद में सरपंच सुलोचना पटेल के अबतक के कार्यकाल में 05 पंचायत सचिव बदल चुके हैं जिसमें सत्यानंद बांक, रेखराज साहू, हेमलता साहू, ज्योति कुमार एवं कैलाश प्रधान हैं । तात्कालिन सचिव रेखराज साहू का कहना है कि वो ग्राम पंचायत पिपरौद में 06 माह तक पदस्थ थे । बलदेव पटेल के द्वारा फर्जी राशि आहरण करने के लिए दबाव बनाया जाता था उसका कहना नहीं मानने के कारण उसे ट्रांसफर कर दिया गया वहीं बात सचिव ज्योति कुमार का भी कहना है ये दोनों सचिव अपने कार्यकाल में किसी प्रकार की राशि आहरण नहीं किये हैं । वर्तमान में सचिव कैलाश प्रधान पदस्थ है वो भी बलदेव पटेल के खिलाफ आरोपो की झडी लगाते हुए घुमते फिर रहा है । उसका मुल पंचायत बडेटेमरी है ग्राम पंचायत पिपरौद को अतिरिक्त प्रभार में दी गई है बहुत जल्दी वो भी पिपरौद पंंचायत से भार मुक्त होना चाहता है ।
क्या कहते हैं अधिकारी
ओमप्रकाश पटेल के द्वारा एसडीएम पिथौरा के समक्ष सरपंच सुलोचना पटेल को धारा 40 के तहत पद से हटाने हेतु की गई शिकायत में जांच अधिकारीगण सुशील चौधरी करा.अधिकारी, हिमाशु पाण्डे उप अभियंता, लोकेश नवरंगे सहा.वि.व.अधिकारी, जनपद पंचायत पिथौरा के द्वारा दिनांक 26/06/2024 को प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के अनुसार सुलोचना पटेल को दोषी पाया गया है, अन्य शिकायत में अभी जांच जारी है, जो भी दोषी होंगे नियमानुसार उनके खिलाफ कडी कार्यवाही कि जाएगी ।
उक्त पूरे मामले में सरपंच सुलोचना पटेल के ससुर बलदेव पटेल का कहना है कि पंचायत में किसी प्रकार की गडबडी नहीं कि गई है । शिकायतकर्ता ओमप्रकाश पटेल एवं दलभजंन पटेल मेरे भतिजा लगते हैं पारिवारिक विवाद के चलते दुर्भावनावश मेरे बहु सुलोचना पटेल के खिलाफ दोनों मिलकर शिकायत किये हैं ।
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