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Chhattisagarh news : कांग्रेस में घमासान, चुनाव में हार के लिए बड़े नेता जिम्मेदार

 


Credit naidunia


चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में घमासान, कांग्रेसियों ने दिखाए तेवर, कहा- हार के लिए बड़े नेता जिम्मेदार

कांग्रेस में हार का रार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी कुनबे की कलह दिल्ली पहुंच चुकी है। 10 पूर्व कांग्रेसी विधायकों ने नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मुलाकात कर खुलकर बात की।

रायपुर : कांग्रेस में हार का रार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी कुनबे की कलह दिल्ली पहुंच चुकी है। 10 पूर्व कांग्रेसी विधायकों ने शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मुलाकात कर खुलकर बात की। पूर्व विधायक डा. विनय जायसवाल व बृहस्पत सिंह के नेतृत्व में पूर्व विधायकों ने छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाए।

नेताओं ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी हार के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय सच बोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। मुलाकात के दौरान कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी नेताओं को आश्वासन दिया साथ ही कहा कि जिन 22 विधायकों की टिकट काटी गई थी। उन सभी से वे एक-एक करके मुलाकात करेंगे।

उल्लेखनीय है कि 12 विधायकों में ऐसे विधायक शामिल रहे, जिनकी टिकट 2023 के विधानसभा चुनाव में काट दी गई थी, वहीं उन्हें पार्टी के खिलाफ बोलने के आरोप में निष्कासित किया गया है। कांग्रेसी नेताओं ने राहुल गांधी व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने का समय मांगा था, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई।

दलालों और वामपंथियों का पार्टी पर कब्जा : महामंत्री
पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के बाद अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा को भेजे गए पत्र में लिखा है कि प्रदेश कांग्रेस में दलालों और वामपंथियों का कब्जा हो चुका है। 75 पार की बातें करते-करते हम 35 सीटों में सिमट गए। इसकी समीक्षा 15 दिनों बाद भी करने की आवश्यकता महसूस नहीं की जा रही है।

दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि दिल्ली के नेताओं का छत्तीसगढ़ राजनीतिक पर्यटन हब, मौज-मस्ती का केंद्र बन गया। समीक्षा इस पर की जानी चाहिए कि हमारी योजनाएं और प्लानिंग क्यों धराशायी हुई ? हमारे सर्वे जो सात-सात बार हुआ, वह क्यों असफल हुआ ? नेताओं को क्षेत्र बदलकर (महंत रामसुंदर दास एवं छाया वर्मा) क्यों चुनाव लड़वाया गया ? ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी से आए नामों पर, क्यों नहीं टिकिट बांटा गया ? इस पर समीक्षा नहीं की गई।

मान-मनौव्वल के बाद कांग्रेसी पूर्व विधायक ने इस्तीफा लिया वापस
कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन मान-मनौव्वल के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। जानकारी के मुताबिक प्रभारी संगठन महामंत्री मलकीत सिंह गैंदु के मनाने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।केरकेट्टा ने आरोप लगाया था कि बैज को चुनाव लड़ाने का काम षड्यंत्रकारियों ने किया है। पालीतानाखार में पीसीसी महामंत्री प्रशांत मिश्रा द्वारा पार्टी विरोधी काम करने का आरोप भी लगाया था। विधायकों के टिकट काटने को कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान बताया। केरकेट्टा ने कहा था कि पार्टी के अंदर के कुछ नेताओं ने मिलकर षड्यंत्र रचा था।

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