गोधन न्याय योजना कर रही सबके सपने पूरे, गौठान में गोबर बेचकर मिली राशि से चन्द्र प्रताप ने भरी कॉलेज की फीस, अपनी पढ़ाई का खर्च खुद उठाने का सपना हुआ पूरा
शुरुआत से अब तक 15730 विक्रेताओं ने गौठानों में बेचा 3 लाख 62 हजार क्विंटल गोबर, हुई 7 करोड़ 25 लाख रुपये की आय
रूपानंद सोई 94242 - 43631
DPR CG कोरिया : विकासखण्ड बैकुंठपुर के शिवपुर चरचा निवासी 22 वर्षीय चंद्रप्रताप यादव कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। पढ़ाई करते-करते उन्होंने पढ़ाई का खर्च निकालने का रास्ता भी निकाल लिया है और ये रास्ता मिला है उन्हें शासन की जनकल्याणकारी गोधन न्याय योजना से। योजना के तहत गौठान में गोबर विक्रय से जो आय हुई, इसी से उन्होंने 17 हजार रुपये अपनी कॉलेज की फीस भरी।
चंद्रप्रताप बताते हैं कि उनका परिवार पशुपालन के कार्य में ही संलग्न है। परिवार आर्थिक रूप से सक्षम है, पर चंद्रप्रताप का सपना था कि वे अपने बलबूते पर स्वयं की पढ़ाई का खर्च निकाल सकें और इस योजना के जरिए वे अपने सपने को पूरा करने में सफल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना की शुरुआत से ही परिवार द्वारा गौठान में गोबर बेचा जा रहा है। शुरुआत से अब तक 55 हजार 995 किग्रा तक गोबर का विक्रय किया है। इसके एवज में 1 लाख 11 हजार 990 रुपए की राशि प्राप्त हुई है जिससे मैंने कॉलेज की फीस भरी।
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