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Chhattisgarh : 'द कश्मीर फाइल्स' नहीं देखने दे रही कांग्रेस सरकार, भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल का आरोप

 


सार

छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता बृज मोहन अग्रवाल ने कहा कि पूरे राज्य में सिर्फ तीन थिएटरों में यह फिल्म दिखाई जा रही है। जबरन हाउसफुल के बोर्ड लगाए जा रहे हैं। उधर, प्रदेश कांग्रेस ने इन आरोपों का खंडन किया है। 

विस्तार

छत्तीसगढ़ तानाशाह राज्य बन गया है। कांग्रेस नीत राज्य सरकार जनता को फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' देखने से रोक रही है। वह राज्य के थिएटर मालिकों को धमका रही है कि फिल्म प्रदर्शित न की जाए।  प्रदेश कांग्रेस ने इन आरोपों का खंडन किया है। ये आरोप छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक बृज मोहन अग्रवाल ने लगाए हैं। अग्रवाल ने कहा कि पूरे राज्य में सिर्फ तीन थिएटरों में यह फिल्म दिखाई जा रही है। जहां दिखाई जा रही है, उन थिएटरों के मालिकों को भी इसे हटाने के लिए धमकाया जा रहा है। 
लगा रहे हाउसफुल का बोर्ड

अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि सिनेमाघरों में इस फिल्म के टिकट भी नहीं बेचे जा रहे हैं और हाउसफुल के बोर्ड लगाए जा रहे हैं, ताकि लोग यह फिल्म न देख सकें। अग्रवाल का कहना है कि देश के लोगों का यह अधिकार है कि वे कश्मीर की सचाई से रूबरू हों। छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ कांग्रेस पार्टी राष्ट्र विरोधी है या राष्ट्र समर्थक? 

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ तानाशाह राज्य बन गया है, जहां पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की हत्या की जा रही है। यह फिल्म दिखाती है कि कैसे कश्मीर का बंटवारा हुआ। बंटवारे के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। लाखों कश्मीरी पंडितों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया।

अग्रवाल के आरोप झूठे, कोई पाबंदी नहीं : शुक्ला

उधर, भाजपा नेता अग्रवाल के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल झूठ बोल रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा फिल्म पर किसी भी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। फिल्म सिनेमाघरों में चल रही है और लोग इसे अपनी मर्जी से देखने के लिए स्वतंत्र हैं। वास्तव में, हम चाहते हैं कि लोग जाएं और फिल्म देखें और समझें कि देश में स्थिति तब पैदा हुई जब वीपी सिंह प्रधानमंत्री थे और भाजपा उनके समर्थन में थी। जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल उस समय एक भाजपा नेता थे और राज्य में राष्ट्रपति शासन था, जिसका अर्थ है कि भाजपा परोक्ष रूप से राज्य पर शासन कर रही थी।

(News Credit by Amarujala)

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